गर्भावस्था के दौरान, सही खान पान की अधिक आवशयकता होती है क्योकि बच्चे को पोषण माँ के भोजन द्वारा ही मिलता है। ऐसे में विशेषज्ञ गर्भावस्था के दौरान माँ को नारियल के सेवन पर विशेष महतव देते हैं क्योकि नारियल का सेवन माँ के साथ-साथ अजन्मे बच्चे पर भी सकरात्मक प्रभाव डालता है ।नारियल को किसी भी रूप में जैसे कि ठोस , तेल, पका हुआ नारियल, नारियल पानी, आदि सभी के रूप में सेवन कर सकते हैं और सबसे महत्वपूर्ण गर्भावस्था के 9 महीनों के दौरान नारियल का सेवन पूरी तरह से सुरक्षित होता है।
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आइए जानते है गर्भावस्था के दौरान नारियल के सेवन से माँ और शिशु दोनों को क्या लाभ होता है:
1.नारियल फाइबर, सोडियम, पोटेशियम, कैल्शियम, मैग्नीशियम, खनिज, हार्मोन, एंजाइमों आदि में समृद्ध होता है। ये सभी शरीर में रक्त परिसंचरण को बेहतर करके मूत्र पथ के संक्रमण, मॉर्निंग सिकनेस और पैरों में सूजन को रोकने में मदद करते हैं।
2.नारियल में मध्यम-श्रृंखला वसा ट्राइग्लिसराइड्स पाया जाता हैं जो की शरीर में जमा वसा को जलाने में मदद प्रदान करता है। इसलिए, गर्भावस्था के दौरान नारियल का सेवन अच्छे वसा के एक उत्कृष्ट स्रोत के रूप में काम करता है जो कि भ्रूण के विकास को भी बढ़ावा देता है।
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3.नारियल में मौजूद लॉरिक एसिड स्तन के दूध के उत्पादन को बढ़ाने में मददगार होता है साथ ही गर्भावस्था के दौरान जोड़ों में होने वाले दर्द को भी कम करता है।
4.यह विटामिन बी, पोटेशियम, इलेक्ट्रोलाइट्स, अमीनो एसिड, प्लांट हार्मोन और एंजाइमों का एक अच्छा स्रोत होता है। साथ ही यह एक एंटीऑक्सीडेंट के रूप में भी काम करता है जो बैक्टीरिया के संक्रमण के लिए शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली में सुधार करता है।
5.गर्भावस्था के दौरान बहुत सी महिलाएं मूत्र पथ के संक्रमण से पीड़ित होती हैं, जिन्हें नारियल पानी के सेवन से रोका जा सकता है, जो कि एक प्राकृतिक मूत्रवर्धक के रूप में काम करता है। नारियल पानी पीने से मूत्र की आवृत्ति और प्रवाह को बढ़ाने में मदद प्राप्त होती है।
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6.गर्भावस्था के दौरान नारियल का सेवन एनीमिया को रोकने में मदगार होता है, जो कि शरीर में आयरन की कमी से होता है । नारियल आयरन से भरपूर होता है अतः नियमित रूप से इसके सेवन से शरीर में आयरन की कमी को दूर करके गर्भवती को एनीमिया से दूर रखा जा सकता है ।