साधारण शब्दों में कहे तो एंग्जाइटी का मतलब होता है चिंता या घबराहट आने वाले समय में कुछ बुरा या खराब घटने की आशंका होना है जबकि इनका कोई वास्तविक आधार नहीं होता। वैसे तो थोड़ी-बहुत चिन्ता सभी को होती है यदि चिंता बहुत बढ़ जाती है और इसके व्यापक दुष्प्रभाव व्यक्ति के पारिवारिक, सामाजिक और आर्थिक जीवन पर पड़ने लगता है तो हम इसे घबराहट और चिंता रोग एंग्जाइटी डिसऑर्डर कहते हैं। इसी को कम करने के लिए आज हम आपको कुछ उपाय बताने जा रहे है जिनको अपनाकर आप इस डिसऑर्डर तो ठीक कर सकते है ।
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मीठी चीजों का सेवन कम करें
हमने अक्सर देखा है जब हम तनाव में होते हैं तो मीठा खाने लगते हैं, इससे आप कम तनावपूर्ण महसूस कर सकते हैं, लेकिन जब एंग्जाइटी (Anxiety) की बात आती है तो मीठा खाने से आपको बचना चाहिए ।एंग्जाइटी होने पर बहुत अधिक चीनी का सेवन शरीर को नुकसान पहुंचा सकता है और तनाव को भी बढ़ा सकता है, इस प्रकार अपनी डाइट में शुगर को कम करने पर एंग्जाइटी को कम करने में मदद मिल सकती है।

मैडिटेशन करें
मैडिटेशन से बॉडी को शांत रखने में मदद मिलती है । बार-बार गहरी सांस लेने से दिमाग पर कंट्रोल पाना आसान हो जाता है ।खुद को हेल्दी रखने के लिए पुराने समय से ही मैडिटेशन किया जाता रहा है । यह शरीर और दिमाग दोनों को ही स्वस्थ्य रखने में बेहद कारगर है।

कैफीन से बचें
कैफीन का रेगुलर सेवन बॉडी और दिमाग के लिए बेहद हानिकारक है। जिन लोगों को एंग्जाइटी होती है, उन लोगों की बॉडी कैफीन के कारण कांपने लगती है कैफीन एंग्जाइटी विकार पैदा कर सकता है या इसे बदत्तर बना सकता है. इसलिए, कैफीन को अपने डेली रूटिन से दूर करके आप एंग्जाइटी को बेहतर तरीके से कंट्रोल कर सकते हैं ।

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खुद को व्यस्त करें
जब भी आपको बेचैनी महसूस हो, खुद को व्यस्त करने की कोशिश करें। कुछ भी करें लेकिन खाली न बैठें। जैसे खड़े हो जाएं, टहलना शुरू करें। अपनी मेज पर पड़ा हुआ कोई बेकार कागज उठाकर गोला बनाएं और डस्टबिन में फेंक दें। कुछ भी करें, जो दिल में आए वो करें। इससे जो बात आपके विचारों पर हावी हो रही है उसे रोकने के लिए आपको एक रास्ता मिलेगा। थोड़ी ही देर में आप अपने विचारों पर कंट्रोल वापस पा सकेंगे।

अपने परिवार या दोस्तों से करें बातें
बेचैनी की स्थिति में आपके दोस्त सच्चे साथी बनकर आपकी मदद कर सकते हैं। अपने दोस्तों या परिवार के सदस्यों को कॉल करें या एसएमएस करें। उनसे अपनी हर तकलीफ शेयर करें। दिल खोलकर अपनी बात कहें। यकीन जानिए कि थोड़ी ही देर में आप खुद को बेहतर महसूस करना शुरू कर देंगे।
