जहां देश हर क्षेत्र में आगे बढ़ता नजर आ रहा हैं वहीं अब देश खेल के मैदान में आसमान छु रहा है। ओलंपिक रजत विजेता पी.वी सिंधु ने स्विट्जरलैंड में बीडब्ल्यूएफ बैडमिंटन वर्ल्ड चैम्पियनशिप 2019 में गोल्ड जीतकर इतिहास तो रचा ही, साथ ही ये भी दिखा दिया कि, लड़कियां किसी से कम नहीं। सिंधु भारत की पहली भारतीय शटर्रल है जिन्होंने बैडमिंटन वर्ल्ड चैम्पियनशिप में देश के लिए गोल्ड जीता। इस जीत की खास बात ये है कि इससे पहले बैडमिंटन वर्ल्ड चैम्पियनशिप में भारत के लिए महिला और पुरुष वर्गों में से अब तक किसी ने गोल्ड मेडल नही जीता है।
देखा जाए तो भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी पी.वी सिंधु ने हमें जश्न मनाने के बहुत से मौके दिए हैं, लेकिन इस बार उनकी उपलब्धि कुछ ज़्यादा खास है। सिंधु की ये जीत इसलिए खास है क्योंकि सिंधु पिछले लगातार तीन सालों से इस चैंपियनशिप के फाइनल तक पहुंच रही थी, लेकिन जीत हासिल से एक कदम दूर हो रही थी, मगर इस बार उन्होंने कर दिखाया और तीन साल बाद गोल्ड जीतकर भारत का सिर गर्व से ऊंचा कर दिया।
भारत की बेटी सिंधु ने अपने इन तीन सालों में कभी पिछे मुड़कर नहीं देखा। सिंधु ने इस टूर्नामेंट में अब तक तीन रजत और छह कांस्य पदक जीते थे। लेकिन, इस बार बैडमिंटन क्वीन ने गतिरोध को तोड़ा और बैडमिंटन में पहली वर्ल्ड चैम्पियन भारतीय बन गईं।
सिंधु ने इस टूर्नामेंट में 2013 में पहली बार भाग लिया था और उसके बाद से अब तक वह इसमें 21 मैच जीत चुकी हैं। उनसे ज्यादा अब तक इसमें विश्व की किसी भी महिला खिलाड़ी ने पदक नहीं जीते हैं। सिंधु के नाम अब इसमें पांच पदक हो गए हैं। इनमें एक स्वर्ण, दो रजत और दो कांस्य पदक शामिल हैं।
source : instagram / pvsindhu