जिस प्रकार का माहौल चल रहा है उसकी वजह से बच्चे घर में ही बंद हो गए हैं साथ ही बच्चों पर पढाई और कम्पटीशन का इतना अधिक बोझ हो जाता है कि बच्चे परेशान हो जाते हैं कुछ बच्चे तो इस प्रेशर को झेल लेते हैं लेकिन कुछ बच्चे इस प्रेशर को नहीं झेल पाते। इस प्रेशर के कारण बच्चे तनाव का शिकार हो जाते हैं।
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सिर्क यही कारण नहीं है कि बच्चे तनाव का शिकार हो रहे हैं बल्कि कई और भी कारण है जिसकी वजह से बच्चे तनाव का शिकार हो जाते हैं जिनके बारे में आज हम यहाँ जानेंगे। अगर बच्चों को सही माहौल मिले और उनके पेरेंट्स उन्हें समझें तो ऐसी स्थिति उत्पन्न नहीं होती।
जानिए क्यों हो रहे हैं बच्चे तनाव का शिकार:
- घरों में बंद रहना
- पढाई का अधिक बोझ होना
- अकेले होना
- माता पिता का गुस्सा होना
- किसी से अपनी बात शेयर न कर पाना
घरों में बंद रहना:
कोरोना के चलते बच्चे घरों में बंद हो गए हैं उन्हें घर से बाहर निकलने नहीं दिया जा रहा और निकलते भी हैं तो बहुत अधिक जरुरत होने पर। ऐसे में न उनका कोई दोस्त है न उनके साथ कोई खेलने के लिए है। बच्चे ऐसी स्थिति में तनाव का शिकार हो रहे हैं।
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पढाई का अधिक बोझ होना:
आज के समय में छोटे-छोटे बच्चों के ऊपर पढाई का बोझ बढ़ता जा रहा है। कभी-कभी बच्चों को समझ ही नहीं आता कि वो इस प्रेशर को कैसे हैंडल करें और इस कारण वे तनाव में आ जाते हैं और कई बार तनाव के कारण डिप्रेशन का शिकार भी हो जाते हैं। इसलिए बच्चों पर उनकी कैपेसिटी से ज्यादा बोझ न डालें यह बच्चों के लिए हानिकारक हो सकता है।
अकेले होना:
अकेले होने से मतलब है अगर घर में किन्हीं पेरेंट्स का सिंगल चाइल्ड है तो उसके पास खेलने के लिए कोई नहीं होता न ही वह अपने माता पिता के साथ पूरा समय बिता सकता है। ऐसे में बच्चे को बहुत अकेला महसूस होता है और इस वजह से बच्चे कभी-कभी तनाव का शिकार हो जाते है।
माता पिता का गुस्सा होना:
कभी-कभी माता पिता का गुस्सा होना बच्चों के लिए खतरनाक सिद्ध हो जाता है। अपने बच्चे को कोई भी बात समझाने के लिए आप गुस्से का सहारा न लें बल्कि बच्चे को प्यार से समझाएँ। ऐसे आपके बच्चे को आपकी बात समझ आएगी और वह तनाव का शिकार नहीं होगा।
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किसी से अपनी बात शेयर न कर पाना:
बड़े तो अपनी बात किसी न किसी के साथ शेयर कर लेते हैं लेकिन बच्चे कभी-कभी डर या हिचक के कारण अपनी बात किसी से शेयर नहीं कर पाते। और ऐसे में वो अपनी बात अपने मन के अन्दर ही रखते हैं और इस वजह से वे तनाव का शिकार हो जाते हैं।
तो ये सभी कारण हो सकते हैं जिससे बच्चे को तनाव हो सकता है। तनाव से अपने बच्चे को बचाने के लिए उसके साथ समय बिताएँ, उसे समझें और उसके पेरेंट्स नहीं बल्कि उसके दोस्त बनकर उससे बात करें। जब आप ऐसे करेंगे तो आपका बच्चा आपके सामने अपने मन की बात खुलकर कह पायेगा और आप उसको और वो आपको समझ पायेगा। जबरदस्ती अपने बच्चे पर किसी भी प्रकार का बोझ न डालें यह उसके लिए हानिकारक हो सकता है।