सभी फिल्में केवल मनोरंजन या टाइम पास के लिए नहीं होती हैं बल्कि कुछ फिल्में ऐसी भी होती हैं जो आपको कुछ नया करने के लिए उत्साहित करती हैं और आपकी सोच को भी बदल देती हैं । हर इंसान के जीवन में ऐसा समय ज़रूर आता है जब उसे मोटिवेशन की ज़रूरत होती है फिर यह मोटिवेशन चाहे उसे किसी फिल्म को देखकर मिले या फिर किसी व्यक्ति विशेष की बातों से । इसलिए जब भी आप कोई फिल्म देखते हैं तो महत्वपूर्ण यह नहीं होता कि फिल्म ने आपका कितना मनोरंजन किया बल्कि मायने यह रखता है कि आपने फिल्म से क्या सीखा । आइए जानते हैं कि वह कौन सी 5 फिल्में हैं जिनको देखने से आप हमेशा मोटिवेट हो सकते हैं
1. चक दे इंडिया
चक दे इंडिया 2007 में रिलीज हुई थी और इसके डायरेक्टर शिमित अमीन हैं । इस फिल्म में यह दिखाया है कि कैसे एक पूर्व हॉकी स्टार अपने माथे से देश को धोखा देने का दाग़ धोता है और इसके साथ ही वह यह भी साबित करता है कि वह एक सच्चा देश-प्रेमी है । इसके लिए वह भारतीय महिला राष्ट्रीय हॉकी टीम को प्रशिक्षित करने की ज़िम्मेदारी लेता है । प्रशिक्षण के दौरान उसे काफी समस्याओं का सामना करना पड़ता है लेकिन आखिर में उसे सफलता मिलती है । यह फिल्म साहस के साथ काम करने तथा मान अपमान से ऊपर उठकर सोचने के लिए प्रेरित करती है ।
2. तारे ज़मीन पर
तारे ज़मीन पर फिल्म 2007 में सिनेमा पर आई थी और इस फिल्म के डायरेक्टर मशहूर एक्टर आमिर खान हैं । यह फिल्म एक 8 साल के बच्चे की कहानी है जिसको डिस्लेक्सिया की बीमारी होती है जिसमें आवाज की पहचान करने, अक्षरों शब्दों का अंतर करने तथा सीखने और समझने में कठिनाई होती है । इस वजह से वह बच्चा सामान्य बच्चों की तुलना में कमज़ोर होता है । लेकिन इमैजिनेशन और क्रिएटिविटी बहुत बढ़िया होती है । हर इंसान यह सोचता है कि यह बच्चा जिंदगी में कभी भी कुछ भी नहीं कर सकेगा ।
कहानी में ट्विस्ट उस टाइम आता है जब उसका नया टीचर आता है और वह उसकी डिसेबिलिटी को उसकी ताकत बनाता है । इस फिल्म से आपको यह मोटिवेशन मिलती है कि बच्चों पर अनावश्यक दबाव डालने के बजाय उनकी मानसिक स्थिति को समझने की कोशिश करनी चाहिए , अपने बच्चे को समझें और तभी उससे कुछ करने की उम्मीद रखें ।
3. लक्ष्य
लक्ष्य फिल्म 2004 में आई थी और इसके डायरेक्टर फरहान अख्तर हैं । इस फिल्म में यह दिखाया गया है कि अकसर नौजवान मौज-मस्ती में ही अपना समय निकाल देते हैं क्योंकि उनको अपने लक्ष्य का कुछ पता ही नहीं होता । लेकिन जब उसके सामने उसका लक्ष्य होता है तो वह अपने उस लक्ष्य को पाने के लिए हर चीज को पीछे छोड़ देता है । और वह तब तक संघर्ष करता है जब तक वह अपने लक्ष्य को पा नहीं लेता । यह फिल्म आपको मोटिवेट करती है कि अगर आप अपने लक्ष्य पर काम कर रहे हैं तो रास्ते में आने वाली कठिनाइयों से घबराकर अपने लक्ष्य से पीछे ना हटे ।
4. पैडमैन
पैडमैन 9 फरवरी 2018 को रिलीज हुई भारतीय हिंदी जीवनी कॉमेडी-ड्रामा और एक मोटिवेट करने वाली फिल्म है जिसमें मुख्य भूमिकाओं में अक्षय कुमार हैं। यह फिल्म अरुणाचलम मुरुगनथम की वास्तविक जीवन की कहानी से प्रेरित है, जिन्होंने कम लागत वाले सैनिटरी पैड बनाने की मशीन का आविष्कार किया और सैनिटरी नैपकिन्स को सस्ते दाम में लोगो को बेचा। उनको इस आविष्कार के लिए पदम श्री से भी नवाजा गया था। भी इस फिल्म को प्रोडूस और निर्देशित रही ।
इस फिल्म मे लोगो की सोच को बदलने पर मजबूर किया की माहवारी कोई बिमारी नही है ये प्रकृति है और भगवान ने ही महिलाओ को नवाजा है माहवारी के समय भेदभाव करना गलत है साथ ही मुरुगनथम की महेनत को दिखाया है उनके संघर्ष को दिखाया गया है
5. लगान
लगान फिल्म 2001 में रिलीज हुई थी और इसके डायरेक्टर आशुतोष गोवारिकर हैं। । यह फिल्म भारत में ब्रिटिश शासन के समय की घटना पर आधारित है । उस समय ग्रामीणों पर अंग्रेजों द्वारा भारी लगन लगाया जाता था । जब एक युवक इसका विरोध करता है तो उसको क्रिकेट खेलने के लिए चैलेंज किया जाता है कि अगर गांव वाले क्रिकेट मैच जीत गए तो उनका लगान माफ़ कर दिया जाएगा । इस फिल्म से आपको यह प्रेरणा मिलती है कि हर काम को आप अकेले नहीं कर सकते ।
मिल-जुलकर और समझदारी से काम किया जाए तो किसी भी परेशानी या मुसीबत का सामना आसानी से किया जा सकता है और कोई भी जंग जीती जा सकती है । यह फिल्म साहस, एकता और समर्पण का सबक सिखाती है ।