हैवी अरेयबियन स्टाइल कैट आई – आलम आरा, 1931
रियल लाइफ में इन्हें कम ही देखा गया इसका सबसे बड़ा कारण था इस दौर में रिसोर्सेज़ की कमी के चलते औरतों के बीच मेकअप लगाना बहुत आम नहीं था, यही वजह है कि इस स्टाइल को आम औरतों द्वारा ज़्यादा कॉपी नहीं किया गया। मगर ये एक अहम सिनेमैटिक ट्रेंड है जो हमारे यहां ही नहीं बल्कि उस दौर की विदेशी फिल्मों में भी देखा गया था।
नेल पॉलिश के ये कलर बताते है आपकी पर्सनालिटी
एवरीडे रेट्रो आईलाइनर – प्यासा, 1957
ये सही मायनों में पहला आईलाइनर ट्रेंड था जिसे कॉपी किया जा सकता था। 50 के दशक ने लिक्विड लाइनर को दुनियाभर में मशहूर कर दिया और इस दशक के अंत तक हमने बड़े पर्दे पर एक्ट्रेसेज़ को भी इसे लगाते हुए देखा। ये ट्रेंड रसूखदारों और रईसों के घर की महिलाओं के बीच ज़रूर पॉपुलर था।
हमेशा छाया रहता है इस तरह की जूलरी का ट्रेंड
बाण-रूपी डबल लाइनर स्टाइल – मुग़ल-ए-आज़म, 1960
मुग़ल-ए-आज़म में मधुबाला का आर्टिस्टिक आईलाइनर बड़े पर्दे के सबसे आइकॉनिक ब्यूटी मोमेंट्स में से एक है। इसी के साथ महिलाओं ने एक्ट्रेसेज़ के आईलाइनर स्टाइल्स और दूसरे मेकअप ट्रेंड्स को कॉपी करना शुरू किया, खासतौर पर आंखों को डिफाइनर करने वाले क्लासिक विंग लाइनर।
मोटा विंग्ड लाइनर – कटी पतंग, 1971
फिल्म कटी पतंग में आशा पारेख के ड्रमैटिक आईलाइनर ने इंडिया में एक नए इंटरनेशनल ट्रेंड की शुरुआत की इस बोल्ड स्टाइल को शर्मिला टैगोर, सायरा बानो समेत उस दौर की कई पॉपुलर एक्ट्रेसेज़ ने ट्राय किया। ये स्टाइल आम लोगों के बीच खूब पॉपुलर हुआ ।
कौन सी है वो 8 फिल्मे जिसमे नकली लोकेशन दिखाकर दर्शकों को बनाया बेवकूफ
व्हाइट लोअर वॉटरलाइन्स – खून भरी मांग, 1988
70 के दशक में पॉपुलर हुआ ये ट्रेंड इंडिया में पहुंच रेखा की फिल्म खून भरी मांग से उनके आफ्टर-ट्रांसफॉर्मेशन लुक के साथ। इस लुक को रेखा के साथ श्रीदेवी ने भी खूब पॉपुलर बनाया जब इन दोनों ने इसके साथ हैवी फॉल्स लैशज़ लगायीं।
टॉप 7 इम्पैक्टफुल फिल्मे ,जिन्होंने बदला बॉलीवुड फिल्मो का नजरिया