धूप प्रकृति का दिया वो अनुपम एवं अतुलनीय उपहार है, जो हमारी दिनचर्या को संतुलित कर हमें प्रतिदिन नयी सुबह की रोशनी देती है। ठंड के दिनों में सुकून देने वाली धूप, गर्मी आते ही असहनीय हो जाती है। घर – आँगन में पड़ने वाली धूप की चादर, भीषण गर्मी की सेतु बन जाती है। चूँकि, हर समस्या अपने समाधान के साथ जन्म लेती है तो गर्मी के प्रकोप से भला हम क्यों घबराएँ ? आपका आशियाना गर्मी की तपन से अवश्य आपको राहत देगा। कैसे ? ये हम आपको बताते है
पेंटिंग रखती है घरो की सजावट में अहम् योगदान
प्रकृति से प्रेम करें
गर्मी की तपन से राहत का एक आसान उपाय है – वृक्षारोपण । घर-आँगन और घर के आसपास अधिक से अधिक पेड़ लगाएं । आजकल हर कमरे के हिसाब से पेड़ मिलते हैं । जैसे कि ऑक्सीजन के लिए, मच्छर या अन्य किसी कीटाणु के नाश के लिए। आप अपनी सुविधा के हिसाब से इन्हें लगा सकते हैं । खिड़कियों और बालकनी में क्रीपर लगाने से धूप को रोका जा सकता है ।
बड़े शहरों की अपार्टमेंट संस्कृति के चलते आप फ़्लैट में रहते हों या कहीं और, पेड़ आपके बेहतर मित्र हैं, जो आपके घर को न सिर्फ़ ठंडा रखेंगे, बल्कि फूलों से सुगंधित भी रखेंगे और न सिर्फ़ फूल, फल- सब्ज़ियां भी आपको मिलती रहेंगी। तो पेड़ों की ठंडी छाँव और शीतल बयार का आनंद आपके घर को ठंडा रखेगा।गुलाब, चंपा चमेली, गुलमोहर, गुलदावरी, आम, अनार, अमरूद अनगिनत हैं आपके दोस्त बनने को तैयार।
हवा का बहाव सही दिशा में हो
विज्ञान की महिमा भी नकारी नहीं जा सकती, लेकिन घर को ठंडा रखने में विज्ञान का क्या काम ? हवा का बहाव सही हो तो गर्म और ठंडी हवा का तालमेल बना रहता है और आवश्यकतानुसार हवा का बहाव सही दिशा में होता है, जिससे घर ठंडा रहता है। खिड़कियों को सही दिशा में रखें।
ख़ास तरीक़े रखें छत को ठंडी
आजकल कुछ ख़ास तरह के पेंट या चूना बाज़ारों में मिलते हैं, जिन्हें लगा कर आप अपनी छत को ठंडा रख सकते हैं। ख़ास गर्मी के दिनों में लगा सकते हैं । आपकी छत गर्मी की तपन को सबसे आसानी से खींचती है, लेकिन यह इस पर भी निर्भर है कि आपने छत बनाने के लिए क्या इस्तेमाल किया है।
तो यदि आप नया घर बना रहे हैं तो इसका ध्यान रखिए।घर बनाते समय ही कुछ ख़ास तरीक़ों को आज़मा कर मसलन, ख़ास पत्थरों या ईंटों का इस्तेमाल कर बनाये गये घरों को “ ईको फ्रेंडली” कहा जाता है, जो ताप को संतुलित कर आपके घर को ठंडा रखते हैं । ज़मीन के लिए इस्तेमाल की गयी सामग्री भी गर्मी को रोकने वाली हो। कभी आपने किसी पुरानी इमारत या फिर मंदिरों को देखा होगा जो पंखे या एसी के बिना ठंडक रखते हैं। क्या है इसकी वजह? इस्तेमाल की गयी सामग्री।
शीतल हैं सूती पर्दे
सूती यानी कॉटन के पर्दे भी गर्मी से राहत देकर घर को ठंडा रखते हैं। पर्दे धूप को कमरे में आने से रोकने में अहम् भूमिका निभाते हैं। पर्दों के रंग ऐसे हों जो अतिरिक्त ताप को रोकें।
गर्मी से राहत के लिए ठंडे पानी के साथ घर की ठंडक भी ज़रूरी है । कुछ आसान तरीक़ों से घर को ठंडा रखें। धूप, हवा, मौसम सब प्रकृति की देन हैं। इनसे तालमेल कर आप इन्हें सहयोगी बनाएं। यक़ीन मानिए, घर से बेहतर ठंडक कहीं और नहीं मिलेगी।
एक छत और एक जमीं के आशियां में ,
शीतल बयार का झोंका भी है फूलों की महक,
और भोर की किरणों का सरगम भी है