जननांग दाद (जेनिटल हर्पीज़ ) को एक यौन संचारित संक्रमण के रूप में जानते है जो जननांग क्षेत्र में छोटे- छोटे दर्दनाक दानों और घावों का कारण बनते हैं। जननांग दाद से पीड़ित होने पर बुखार, खुजली, जलन और पेशाब करने में जलन जैसी परेशानी हो सकती है। जननांग दाद एक प्रकार का संक्रमण है, जो हर्पीज सिम्प्लेक्स वायरस (एचएसवी) से फैलता है। हरपीज दो अलग-अलग परन्तु समान प्रकार के वायरस के कारण होता है: हर्पीज सिम्प्लेक्स वायरस टाइप 1 (HSV-1) और हर्पीज सिम्प्लेक्स वायरस टाइप 2 (HSV-2)। जेनिटल हर्पीज़, हर्पीज सिम्प्लेक्स वायरस टाइप 2 (HSV-2) के संक्रमण से फैलता है ।
आइये जानते है जेनिटल हर्पीज़ से जुड़े कुछ तथ्यों के बारे में :
1.यदि आप जेनिटल हर्पीज़ से संक्रमित हैं तो इसका प्रभाव आपके लिंग, योनि या गुदा के आस-पास छाले के रूप में हो सकता हैं। जब यह छाले फूटते हैं तब उस स्थान पर घाव बन जाते हैं और यह घाव धीरे धीरे कुछ समय के बाद सही भी हो जाते है परन्तु ये फिर से कुछ हफ्तों या महीनों के बाद हो जाते है। यदि आप
2. एक बार एचएसवी-1 या एचएसवी-2 से वायरस से संक्रमित हो जाते हैं, तो आप पूरे जीवन भर इनसे संक्रमित ही रहते हैं। हालांकि कुछ मामलों में देखा गया है कि समय के साथ इनका निकलना कम हो जाता है। जेनिटल हर्पीज़ का कोई इलाज नहीं है, केवल इनका निकलना कम किया जा सकता है।
3. अध्ययनों के अनुसार इस वायरस से संक्रमित होने के एक से तीन हफ्तों पहले आपके शरीर में बुखार, थकान, ग्रंथियों में सूजन और पीठ के निचले हिस्से में दर्द जैसे लक्षण शामिल होते हैं।
4. जननांग दाद यौन संचारित है और इसे पूरी तरह से समाप्त करने के लिए मरीजों को दाद के प्रकोप के भौतिक पहलुओं और संचरण को रोकने के बारे में जानकारी की आवश्यकता होती है।
5. असुरक्षित मुख, यौन या गुदा मैथुन द्वारा जेनिटल हर्पीज़ होने की सम्भाना रहती है। सुरक्षित सेक्स विधि द्वारा भी इसके होने की सम्भाना हो सकती है क्योंकि कंडोम का प्रयोग करने से भी आप छालों के संपर्क में आ सकते हैं परन्तु फिर भी कंडोम के प्रयोग से जेनिटल हर्पीज़ के फैलने के जोखिम को काफी हद तक कम किया जा सकता है।
6. एचएसवी -1 आमतौर पर एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में किस करने से फ़ैल सकता है। जिससे एचएसवी -1 मुंह से जननांगों तक ओरल सेक्स के द्वारा फैल सकता है। ऐसे में यह जेनिटल हर्पीज़ का कारण बनता है।
7. जेनिटल हर्पीज़ के लक्षण पुरुषों तथा महिलाओं दोनों में ही एक जैसे दिखते हैं। अतः जिस समय आप जेनिटल हर्पीज़ से ग्रषित हो तब उस समय सेक्स से बचना चाहिए नहीं तो आपके साथी को भी इस वायरस का संक्रमण हो सकता है।