क्रोमोसोम डीएनए के लंबे तार की तरह होते हैं, जिनमें कई जीन का समावेश पाया जाता है। मनुष्यों और कई अन्य जानवरों की प्रजातियों में, सेक्स विशिष्ट गुणसूत्रों द्वारा निर्धारित किया जाता है। सेक्स क्रोमोसोम गुणसूत्र ही निर्धारित करते हैं कि व्यक्ति पुरुष है या महिला।
आइये जानते है सेक्स क्रोमोसोम्स से जुड़े कुछ तथ्य:
1.प्रतेक मनुष्यों कि प्रत्येक कोशिका में सामान्य रूप से 23 जोड़े गुणसूत्र के पाए जाते हैं। इन जोड़ो में से 22 जोड़े, जिन्हें ऑटोसोम के नाम से जाना जाता है, पुरुषों और महिलाओं में समान रूप से दिखाई देते हैं। 23 वीं जोड़ी, लिंग गुणसूत्र के नाम से जानी जाती है, ये 23 वीं जोड़ी पुरुषों और महिलाओं में भिन्न – भिन्न होती हैं।
2. महिलाओं में दो X गुणसूत्र होते हैं, और पुरुषों में एक X और एक Y गुणसूत्र होता है। गर्भ में पाए जाने वाले अंडे की कोशिकाओं में केवल X गुणसूत्र पाए जाते हैं, जबकि शुक्राणु कोशिकाओं में X या Y गुणसूत्र दोनों ही उपस्थित होते हैं। अतः हम कह सकते है कि पुरुष के शुक्राणुओं के निषेचन से ही तय होता है कि होने वाली संतान लड़की है या लड़का है।
3. सभी जीवों में प्रति कोशिका गुणसूत्रों की एक निर्धारित संख्या होती है। यह संख्या अलग अलग प्रजातियों में भिन्न होती है। मानव कोशिकाओं में कुल 46 गुणसूत्र (44 ऑटोसोम, 2 लिंग गुणसूत्र) पाए जाते है। एक बिल्ली में 38, गोरिल्ला 48, चीता 38, स्टारफिश 36, किंग केकड़े 208, झींगा 254, मच्छर 6, टर्की 82, मेंढक 26, और ई.कोली जीवाणु में 1 गुणसूत्र पाया जाता हैं।
4. Y गुणसूत्र X गुणसूत्र सेआकार में लगभग एक तिहाई होता हैं। X गुणसूत्र कोशिकाओं में कुल डीएनए का लगभग 5% और Y गुणसूत्र लगभग 2% प्रतिनिधित्व करता है।
5. देखा जाये तो सभी जीवों में सेक्स गुणसूत्र नहीं उपस्थित होते हैं। ततैया, मधुमक्खियों और चींटियों जैसे जीवों में सेक्स क्रोमोसोम नहीं पाए जाते है।