कुछ लोगो का मानना है की लव मैरिज अच्छी होती है तो कुछ को अरेंज्ड मैरिज पर ज्यादा विश्वास है पर क्या आपको पता है स्टैटिस्टिक्स ब्रेन रिसर्च इंस्टीट्यूट के मुताबिक, अरेंज मैरिज में तलाक की दर सिर्फ 6% है। और लव मैरिज की इससे कई ज्यादा । इंसान अलग अलग है तो जाहिर सी बात है सोच भी अलग ही होगी इसलिए किसी को लव मैरिज पसंद है तो किसी को अरेंज्ड मैरिज पर आज हम ऐसी ही कुछ अलग और दिलचस्प बातें लेकर आए है जिनको सुनने के बाद भी आपके मन में लव मैरिज का ख्याल नहीं आएगा तो चलिए जानते है क्या है वो बातें ।
इन तरीको को अपनाकर करे अपने पार्टनर को इंप्रेस
माता पिता की होती है पूरी जिम्मेदारी
जब आपके माता-पिता आपकी शादी तय करते हैं, तो वे आपकी शादी के लिए आंशिक रूप से जिम्मेदारी और दिलचस्पी रखते हैं। लेकिन उनकी मर्जी के खिलाफ किया गया प्रेम विवाह अभिभावकों को अलग-थलग कर सकता है , लेकिन एक अरेंज मैरिज में इसकी संभावना कम से कम होती है।
जीवनसाथी को समझने के लिए समय निकलना
अरेंज मैरिज में पहले से आप मुश्किल से अपने पार्टनर को जान पाते हैं, इसीलिए और अपने जीवनसाथी को बेहतर तरीके से समझने के लिए खुद का समय निकालते हैं। आप दोनों ही न्यूनतम उम्मीदों के साथ एक नए रिश्ते में प्रवेश करते हैं, और दोनों साथी मिलकर शादीशुदा जिंदगी को मिलकर बखूबी निभाते हैं। वास्तव में, आप उस पार्टनर को उसी तरह स्वीकार करते हैं जैसा वह है, न कि आपको इस बात की शिकायत रहती है कि शादी के बाद वह पूरी तरह से बदल गया।
इन बातो को बताने में क्या आपके पति भी करते है थोड़ा संकोच
एक जैसे रहेंगे रीति- रिवाज
अरेंज मैरिज यानी अपने घर जैसे रीति-रिवाज वाले नए परिवार में जाना। क्योंकि यह परिवार हमारे पैरेंटस की पसंद है तो जाहिर तौर पर दोनों परिवारों का कल्चर एक जैसा होगा। सोशल और कल्चरल फंक्शन एक जैसे होंगे। यह मोनोटाॅनी हमारे फ्यूचर के लिए टाॅनिक साबित हो सकती है ! मतलब भले ही हमारी लाइफस्टाइल बदलने वाली हो लेकिन कम से कम नए रीति-रिवाज सीखने की टेंशन तो नहीं रहेगा।
दो परिवारों का मिलन
यह सही है कि आप सिर्फ अपने साथी से शादी नहीं करते बल्कि आप उसके पूरे परिवार से शादी करते हैं। यही वजह है कि माता-पिता अपने बच्चों के होने वाले पार्टनर के हिसाब से रिश्ता तय करते हैं। इसके अलावा यह भी देखते हैं कि आप कितने अच्छे तरीके से दूसरे परिवार में खुद को समायोजित कर पाएंगे, जो आपके विवाहित जीवन को आसान बनाने में मदद करता है। वहीं, एक प्रेम विवाह में आपके पास सब कुछ स्वीकार करने के अलावा कोई दूसरा विकल्प नहीं होता कई बार समझौते पर रिश्ता चलना पड़ जाता है ।
भारत में इन 6 रोमांटिक जगहों पर आप बिता सकते है अपने पार्टनर के साथ क्वॉलिटी टाइम
हीन भावना से बच जाते है
भारतीय संस्कृति में जहां रिश्तों को पूर्ण अहमियत दी जाती है उतनी ही इज्ज़त समाज को भी दी जाती है। और जब आप अरेंज मैरिज करते है तो शादी आप ही की कास्ट और बिरादरी में होती है जिससे परिवार तो खुश होता ही है साथ-साथ समाज में भी इज्ज़त मिलती है।
हर मोड़ पर खड़े होते है माता पिता
माता-पिता यह देखते हैं कि उनके बच्चे शादी के बाद आर्थिक रूप से कितने सुरक्षित रहेंगे। वहीं, कभी-कभी जब लोग परिवारों के खिलाफ जाकर शादी करते हैं या अपने परिवार से सारे संबंधों को तोड़कर एक-दूसरे का हाथ थामते हैं, तो बुरे वक्त में उन्हें संभालने वाला कोई नहीं होता।
शादी से पहले अपने पार्टनर से जरूर पूछे ये बातें
बच्चों की जिम्मेदारी से बेफिक्र
अरेंज मैरिज के बाद लड़के और लड़की दोनों के ही पैरेंटस अपने नाती-पोते की देखभाल के लिए हर समय तैयार रहते हैं। साथ ही बच्चों को पारिवारिक और संस्कारी माहौल मिलता है। हमें अपने निजी काम से जाना हो तो घरवाले खुशी से बच्चों की देखभाल के लिए तैयार हो जाते हैं। एक और बड़ा फायदा अगर ये चीजें अपने फेवर में न हों तो हम अपने पैरेंटस को तो कह ही सकते हैं ।
थोड़ी सी परेशानी
अरेंज मैरिज में सब ठीक हो ऐसा जरुरी नहीं। थोड़ी परेशानी हो सकती है। क्योंकि शादी के बाद आपकी मन की नहीं चलते आपको परिवार वालों के हिसाब से चलना होता है। उनके नियम और कायदों को मानना होता है। शुरु में एडजस्ट करने में थोड़ी दिक्क्त होगी लेकिन धीरे धीरे सब नार्मल हो जाएगा।