चाहे कोई भी महिला गर्भवती हों या नहीं, उसके शरीर को सही से काम करने के लिए पानी की आवश्यकता होती ही है। परन्तु गर्भावस्था के दौरान पानी पीने की आवशयकता गर्भवती को लगभग दो गुना अधिक हो जाती है ।
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आइये जानते हैं गर्वावस्था में उचित मात्रा में पानी पीने से क्या लाभ होते है:
1.पानी हमारी कोशिकाओं, ऊतकों और अंगों तक ऑक्सीजन और पोषक तत्वों को पहुंचाने में मददगार होता है अतः गर्वावस्था में उचित मात्रा में पानी पीने और हाइड्रेटेड रहने से यह सुनिश्चित हो जाता है कि आपके गर्व में बढ़ते आपके शिशु को विकास करने के लिए उचित मात्रा में ऑक्सीजन और पोषक तत्व मिल रहें हैं।
2.उचित मात्रा में गर्ववती के पानी पीने से आपके शिशु में पर्याप्त मात्रा में एमनियोटिक द्रव को बनाये रखने में और साथ ही भ्रूण के गुर्दे के कार्य को संरक्षित करने में मदद मिलती है।
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3.पानी की उचित मात्रा गर्भवती के शरीर में होने वाले अनेकों प्रकार के दर्द को दूर करने में मदद करती है , क्योंकि यह निर्जलीकरण को रोकने में मदद करता है जिसके कारण सिरदर्द, ऐंठन और चक्कर जैसी समस्याएं गर्भावस्था के दौरान हो सकती हैं।
4.कुछ गर्भवती महिलाएं यह भी दावा करती हैं कि उचित मात्रा में पानी पीने से सुबह की कमजोरी , हर्दय में जलन और अपच जैसी समस्याएं भी कम हो जाती हैं। तीसरी तिमाही के बाद शरीर में पानी की उचित मात्रा विशेष रूप से महत्वपूर्ण हो जाती है क्योंकि निर्जलीकरण संकुचन को गति प्रदान कर सकता है जिससे प्रसव पीड़ा हो सकती है।
5.जब कोई महिला गर्भवती होती हैं, तो उसका भोजन और पेय दो लोगों के हिसाब से होता है । इसका मतलब यह है कि गर्भवती के शरीर में सामान्य दिनों की तुलना में अधिक विषैले तत्व उपस्थित होते हैं,जिसको दूर करने के लिए समान्य से अधिक पानी पीने की आवश्यकता होती है जिससे यह अपशिष्ट उत्पाद घुल जाते है और आपके गुर्दे को फ्लश करने में मदद मिलती है।
6.अधिक पानी पीने से आपका मूत्र पतला होता है जो यूटीआई, मूत्राशय के संक्रमण और गुर्दे के संक्रमण को दूर रखने में भी मदद प्रदान करता है। पर्याप्त पानी पीने से कब्ज और बवासीर होने की सम्भावना कम हो जाती है ।
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