हर मां का सपना होता है की उसका होने वाला शिशु स्वस्थ हो उसपर किसी भी प्रकार का तनाव न पड़े उसके मस्तिष्क का विकास ठीक से हो साथ ही उसपर किसी भी नकारात्मक चीज का असर न पड़े उसके लिए आपको कुछ बाते ध्यान में रखनी होगी जिसके बाद आपका शिशु चतुर तथा स्वस्थ मस्तिष्क के साथ ही जनम लेगा चलिए जानते है क्या है वो जरुरी बाते ।
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स्वस्थ खानपान :
प्रेगनेंसी में आपका खानपान आपके शिशु से सीधा जुड़ा होता है। यह शिशु के विकास पर सकारात्मक और नकारात्मक दोनों तरह के प्रभाव डाल सकता है। इस लिए आपको प्रेगनेंसी में स्वस्थ खानपान की सलाह दी जाती है। आप अपनी गर्भावस्था में ओमेगा 3 फैटी एसिड का सेवन जरूर करें, यह बच्चे के मस्तिष्क के विकास के लिए आवश्यक हैं। जिसमें आप मछली, सोयाबीन और पालक और पत्तेदार सब्जियों जैसी चीजों को शामिल करें।
खून की कमी न हो :
बच्चा कंसीव करने के 3 महीने पहले से ही अपनी डाइट पर ध्यान देना शुरू कर दे। ऐसी डाइट ले जिनमें भरपूर मात्रा फॉलिक एसिड हो, जिससे कि गर्भवती होने पर आपको और बच्चे को खून की कमी न हो।
संगीत सुनें और बच्चे से बात करें :
जैसे-जैसे बच्चा माँ के गर्भ में पलता है, वह धीरे-धीरे सुनना शुरू कर देता है। इसलिए आप संगीत सुनें और गाना गाएं, इससे बच्चे के मस्तिष्क के विकास में मदद मिलेगी। इसके अलावा आप अपने पार्टनर के साथ पेट से बात करें । बच्चे के लात मारने या हिलने-डुलने को महसूस करें और उस पर अपनी प्रतिक्रिया दें।
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अपने तनाव को कम करें :
माता का गर्भावस्था के दौरान तनाव में रहना शिशु की बुद्धि को प्रभावित करने वाले कारकों में से एक है। गर्भावस्था में मां जब-जब तनाव में होती है तो गर्भस्थ शिशु की बुद्धि पर उसका नकारात्मक प्रभाव होता है। इसलिए गर्भावस्था के दौरान माताओं को तनावपूर्ण वातावरण से दूर रहना चाहिए।
कैल्शियम बच्चों के लिए है जरुरी
कैल्शियम बच्चों को चतुर तथा स्वस्थ मस्तिष्क वाला होने में मददगार माताओं के लिए एक आवश्यक अन्य खनिज है। कैल्शियम के अन्य स्रोतों के प्रावधान के अलावा, डेयरी उत्पाद भी हैं जो कैल्शियम के साथ साथ लोहा, फोलिक एसिड, विटामिन सी और फाइबर के रूप में अन्य पोषक तत्व प्रदान करते हैं ।