इससे पहले कि शिशु अपनी अपनी भाषा कौशल में कुशल हो और बोलने में सक्षम हों, वे स्पर्श के माध्यम से अपने आसपास की दुनिया के साथ संवाद करते हैं। माँ के रूप में स्पर्श शिशु को बिना बोले बहुत कुछ सन्देश दे जाता है। अगर एक बच्चा रोता है, तो सबसे पहले हम उसे उठा कर प्यार से पुचकारते हैं और प्यार से उसको थप थापाते हैं। अपने शिशु की मालिश करना भी अपने ममत्व में प्राकृतिक आवेग का एक विस्तार करना होता है। अपने शिशु कि मालिश उसको प्यार और देखभाल देने का एक तरीका है। मालिश रोते शिशु को शांत कर सकती है और उसे अच्छी नीद देने में मदद करती है। आपके शिशु को मालिश से कई अतिरिक्त लाभ प्राप्त हो सकते हैं जो उसको सेहदमंद रखने में मदद प्रदान कर सकती है। आइये जानते हैं शिशु कि मालिश करने से होने वाले लाभों के बारे में :
1.मालिश के दौरान आपके हाथों के सुखदायक स्ट्रोक आपके, बच्चे के शरीर में फील-गुड हार्मोन ऑक्सीटोसिन के उत्पादन को उत्तेजित करते हैं। ऑक्सीटोसिन वह हार्मोन है जो आपके शिशु को आपके प्रति प्यार का अहसास प्रदान करता है यह प्रकिर्या स्तनपान के दौरान भी होती है।
2. एक अध्ययन के अनुसार शुरुआती दिनों से ही शिशु की मालिश करने से नवजात शिशुओं को पीलिया जैसी बिमारी से उबरने में अधिक तेज़ी से मदद मिलती है।
3. अपने शिशु की मालिश करने से आपका मूड अच्छा हो जाता है और आप एक अभिभावक के रूप में अधिक सशक्त महसूस करते है। क्योकि जब आप अपने बच्चे की मालिश करती हैं, तो आपके और आपके शिशु की त्वचा के बीच में संपर्क स्थापित होता है साथ ही शिशु के साथ नेत्र संपर्क भी बढ़ता है।
4. अच्छी नींद बच्चे के विकास का एक आवश्यक घटक है। विशेषज्ञों के अनुसार, जब शिशु की मालिश की जाती है, तो शिशु अच्छी, गहरी और लम्बी नीद लेता है । इसलिए, शिशुओं के लिए मालिश एक चिकित्सा की तरह काम करती है।
5. शरीर में एक अच्छा रक्त परिसंचरण बच्चों के बेहतर स्वास्थ्य के लिए काफी अच्छा माना जाता है। शिशुओं के शरीर में , रक्त परिसंचरण में सुधार करना बहुत मुश्किल होता है क्योकि नवजात शिशु अक्सर स्थिर होते हैं और कोई फिसिकल एक्टिविटी करने में असमर्थ्य होते है। अतः शिशुओं को नियमित रूप से मालिश देकर उनके शरीर में रक्त परिसंचरण को बेहतर बनाया जा सकता है। शोध बताते हैं कि नियमित मालिश से शरीर के अंगों की तेजी से वृद्धि और शारीरिक का विकास होता है ।
6. एक नियमित मालिश चिकित्सा नवजात शिशु में पाचन में सुधार कर सकती है। कुछ बच्चे गैस्ट्रिक समस्याओं का सामना करते हैं जिससे उन्हें असुविधा हो सकती है। एक नियमित मालिश गैस के कारण बेचैनी और दर्द को कम करने में मदद कर सकती है। यह, बदले में, दवा की आवश्यकता को कम करने में मदद करता है।